SEO क्या है? और  कैसे करते हैं? (SEO Guide In Hindi)

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SEO का पूर्ण रूप होता है “Search Engine Optimization” जो एक ऐसी तकनीक है जिससे आप अपनी वेबसाइट को सर्च इंजन में अधिक दिखाई देने वाले परिणामों में स्थान दे सकते हैं। इस तकनीक का उपयोग करके आप अपनी वेबसाइट की दृष्टि से बढ़ते हुए ट्रैफिक, विचारों, अनुयायियों और ग्राहकों को आसानी से प्राप्त कर सकते हैं।


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Table of Contents

सर्च इंजन (Search Engine) क्या होता है?

सर्च इंजन (Search Engine) एक सॉफ्टवेयर होता है जो इंटरनेट पर उपलब्ध सभी वेबसाइटों या डॉक्यूमेंट्स को खोजता है और उन्हें उपयोगकर्ताओं के लिए पेश करता है। इसका उद्देश्य उपयोगकर्ताओं को उनके खोज से संबंधित सटीक और उपयोगी परिणाम देना होता है।

सर्च इंजन वेब स्क्रैपिंग टेक्नोलॉजी का उपयोग करता है जिससे इंटरनेट पर उपलब्ध वेबसाइटों के पृष्ठों को खोजा जा सकता है। सर्च इंजन इंटरनेट पर वेबसाइट का पता लगाने के लिए बहुत से अलग-अलग तरीकों का उपयोग करते हैं, जैसे कि वेब क्रॉलर, वेब स्क्रेपर, इंडेक्सर, और अन्य टूल्स। SEO Online Courses Ke Liye Click Kre!

इन टूल्स का उपयोग करके सर्च इंजन समझता है कि एक वेबसाइट क्या है, उसकी सामग्री क्या है और उसकी महत्त्व क्या है। सर्च इंजन वेबसाइटों को अनुकूलित करने के लिए अल्गोरिथम का उपयोग करते हैं जो उन्हें एक वेबसाइट के रैंकिंग के लिए निर्धारित करता है। यहां कुछ सर्च इंजन के नाम दिए गए हैं:

Google – यह एक बहुत लोकप्रिय सर्च इंजन है जो विश्वव्यापी है। इसे लगभग 90% से भी अधिक लोग उपयोग करते हैं।

Bing – यह माइक्रोसॉफ्ट द्वारा बनाया गया एक और बहुत लोकप्रिय सर्च इंजन है।

Yahoo – यह एक और लोकप्रिय सर्च इंजन है जो विश्वव्यापी है। यह सर्च इंजन वर्तमान में याहू कंपनी द्वारा संचालित नहीं है।

Video Source: Digital Marketing Guruji

SEO का Full Form क्या है? और क्या होता है?

SEO का Full Form होता है “Search Engine Optimization”। SEO एक ऐसी तकनीक होती है, जो वेबसाइटों को सर्च इंजन में अधिक दिखाई देने वाले परिणामों में स्थान देने की एक रणनीति होती है। यह सर्च इंजन के एल्गोरिथ्म के अनुसार वेबसाइट को तैयार करने की प्रक्रिया है, जो सर्च इंजन या उसके उपयोगकर्ताओं को संबंधित जवाब प्रदान करने में सक्षम बनाती है।

SEO का मुख्य उद्देश्य वह उपयोगकर्ता जो सर्च इंजन में कुछ खोज शब्दों से खोजता है, वह उपयोगकर्ता उपयोगकर्ता को उसकी जानकारी तक पहुंचाने के लिए सर्च इंजन के माध्यम से आसानी से अपनी वेबसाइट को पहुंचाना होता है।

On Page SEO कैसे करे?

On-Page SEO के माध्यम से आप अपनी वेबसाइट को सर्च इंजन द्वारा अधिक खोजने योग्य बना सकते हैं। कुछ महत्वपूर्ण टिप्स का पालन करके आप अपनी वेबसाइट के लिए On-Page SEO कर सकते हैं:

खोज शब्दों का उपयोग (Searchable Keywords): अपनी वेबसाइट के लिए उचित खोज शब्दों का चयन करें। यह वेबसाइट के समर्थन में बहुत महत्वपूर्ण है। वेबसाइट में हर पृष्ठ पर अपने मुख्य खोज शब्दों का उपयोग करें।

संरचना (Navigation): अपनी वेबसाइट के लिए संरचित और स्पष्ट संरचना बनाएं। यह सामग्री को संगठित और सरल बनाने में मदद करता है।

URL संरचना (URL Structure): अपनी वेबसाइट के URL का उपयोग बनाने के लिए मुख्य खोज शब्दों का उपयोग करें।

सामग्री (Products/Services): वेबसाइट के लिए उचित और गुणवत्ता सामग्री लिखें जो उपयोगकर्ताओं के लिए उपयोगी हो।

मेटा टैग (Meta Tag): सही मेटा टैग बनाने से आप अपनी वेबसाइट को सर्च इंजन में अधिक खोजने योग्य बना सकते हैं। आपको मेटा टाइटल, मेटा विवरण सारे जानकारीपूर्ण होने चाहिए |

SEO वेबसाइट के लिए क्यों जरुरी है?

SEO (Search Engine Optimization) वेबसाइट के लिए जरूरी है क्योंकि यह संभव होता है कि लाखों वेबसाइटों के बीच आपकी वेबसाइट को सर्च इंजन में स्थान दिया जाए। सर्च इंजन अपने उपयोगकर्ताओं को अनुकूलित सूचीबद्ध वेबसाइट प्रदान करते हैं, जिससे उपयोगकर्ताओं को उपयोगी और संबंधित सामग्री आसानी से मिल जाती है। अच्छी SEO वेबसाइट दर्शकों के अनुकूल होती है और यह सर्च इंजन में अधिक खोजने योग्य होती है। इससे आप अपनी वेबसाइट के दर्शकों को बढ़ावा दे सकते हैं और अधिक ट्रैफिक और उपयोगकर्ताओं को आकर्षित कर सकते हैं। इसलिए, SEO वेबसाइट के लिए जरूरी है और आपकी वेबसाइट की सफलता के लिए अनिवार्य होता है।

SEO करने के क्या – क्या फायदे है? (Benefits Of SEO in Hindi)

SEO (Search Engine Optimization) करने के कई फायदे होते हैं। यहाँ कुछ मुख्य फायदे हैं:

विस्तृत लक्ष्य ग्राहकों के लिए (Reach at Your Customer): अच्छी SEO से अपनी वेबसाइट को सर्च इंजन में उच्च स्थान प्राप्त होता है, जो अपने विस्तृत लक्ष्य ग्राहकों तक पहुँचने में मदद करता है।

अधिक विस्तृत दर्शकों को आकर्षित करना (Traffic Increment): सर्च इंजन द्वारा शीर्ष स्थान प्राप्त करना अधिक दर्शकों को आकर्षित करता है, जो आपकी वेबसाइट पर अधिक ट्रैफिक लाता है।

उच्च ROI (Return on Investment): अच्छी SEO रणनीति अपनाने से, आप अपने बजट को कम खर्च में सफलता प्राप्त कर सकते हैं। यह आपको उच्च ROI यानी Return on Investment प्राप्त करने में मदद करता है।

विपणन बजट की बचत (Low Budget): SEO अन्य विपणन रणनीतियों की तुलना में कम खर्च में सफलता प्राप्त करने में मदद करता है।

SEO कितने प्रकार के होते हैं? (Types of SEO)

SEO के तीन प्रमुख प्रकार हैं:

On-page SEO: यह उन सभी कार्यों को शामिल करता है जो आप अपनी वेबसाइट के अंदर करते हैं। इसमें वेबसाइट के लेआउट, मेटा टैग्स, कंटेंट, इमेजेज, लिंक बिल्डिंग, आदि के बारे में जानना शामिल है।

Off-page SEO: यह उन सभी कार्यों को शामिल करता है जो आप अपनी वेबसाइट के बाहर करते हैं। इसमें बैकलिंक बनाना, सोशल मीडिया मार्केटिंग, आदि के बारे में जानना शामिल है।

Technical SEO: यह उन सभी कार्यों को शामिल करता है जो वेबसाइट की तकनीकी और टेक्निकल तरीकों के बारे में होते हैं। इसमें वेबसाइट की तेजी, योग्यता, मोबाइल रिस्पोंसिवनेस, साइट मैप, आदि के बारे में जानना शामिल है।

On Page SEO कैसे करे?

On-Page SEO निम्नलिखित तरीकों से किया जा सकता है:

कंटेंट ऑप्टिमाइजेशन (Content Optimization): आपके वेबसाइट पर अच्छी गुणवत्ता वाले कंटेंट होने चाहिए जिसमें आपकी विशेषताएं, उत्पाद विवरण और समाधान शामिल हों। कंटेंट को सही कीवर्ड अनुसंधान और उपयोग से भरा जाना चाहिए ताकि आपका वेबसाइट खोज इंजन के द्वारा अधिक से अधिक खोजा जा सके।

मेटा टैग ऑप्टिमाइजेशन (Meta Tag Optimization): आपके वेबसाइट के मेटा टैग्स में एक सही विवरण और विशेषताएं होनी चाहिए ताकि खोज इंजन आपकी वेबसाइट को अधिक से अधिक खोज से उत्तर दे सके।

वेबसाइट संरचना (Navigational Structure): आपकी वेबसाइट का नेविगेशन, हेडिंग टैग, इमेज टैग और अन्य एलीमेंट्स सही ढंग से टैग किए जाने चाहिए।

वेबसाइट की तेजी (Speed of Website): वेबसाइट की तेजी काफी महत्वपूर्ण होती है क्योंकि यह विशेषता वेबसाइट यूजर के अनुभव को सुधार सकती है। इसलिए, वेबसाइट को उन एल्गोरिथ्म्स के अनुसार अनुकूलित करने की

कीवर्ड रिसर्च (Keyword Research)कैसे करते हैं?

कीवर्ड रिसर्च करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें:

विषय चुनें: जिस भी विषय पर आप लेख लिखना चाहते हैं, उसमें शामिल शब्दों की एक सूची तैयार करें।

टूल का चयन करें: विभिन्न कीवर्ड रिसर्च टूल्स जैसे Google Keyword Planner, Ahrefs, SEMrush, Ubersuggest, Keyword Tool आदि में से किसी एक का चयन करें।

संबंधित कीवर्ड ढूंढें: टूल का उपयोग करके, अपने शामिल करने के लिए उपयोगी और संबंधित कीवर्ड खोजें। इन कीवर्डों के आधार पर, अपनी सूची में कुछ शब्दों को अपडेट करें या नए शब्द जोड़ें।

कीवर्ड का चयन करें: आपकी सूची में शामिल होने वाले कीवर्ड को अपनी प्राथमिकता आधार पर क्रमबद्ध करें। अपने लेख में उपयोग करने के लिए शीर्ष कुछ कीवर्ड का चयन करें।

कीवर्ड समीक्षा: वैकल्पिक कीवर्ड देखें और उनमें से कुछ कीवर्ड चुनें, जो आपके लेख के लिए उपयोगी हो सकते हैं।

SEO फ्रेंडली ब्लॉग क्या है?

जब आप एक आर्टिकल लिखते हैं, तो आप उसे एक SEO (Search Engine Optimization) फ्रेंडली आर्टिकल बना सकते हैं जो आपकी वेबसाइट या ब्लॉग की विदितता बढ़ाने में मदद करेगा। एक SEO फ्रेंडली आर्टिकल उपयोगकर्ताओं द्वारा खोज जैसे Google और Bing जैसे खोज इंजनों द्वारा आसानी से खोजा जा सकता है। यहां आपके लिए कुछ सरल टिप्स हैं जो आपको एक SEO फ्रेंडली आर्टिकल लिखने में मदद करेंगे:

अपने आर्टिकल में एक कुंजीशब्द का उपयोग करें। यह एक शब्द होता है जो आपके आर्टिकल के मुख्य विषय को व्यक्त करता है। इसे अपने आर्टिकल के शीर्षक, प्रथम अनुभाग और विवरण में शामिल करें।

अपने लेख में अधिक से अधिक उपयोगकर्ताओं के लिए सामान्य शब्दों का उपयोग करें। यदि आप अत्यधिक विशेषण या विशिष्ट शब्दों का उपयोग करेंगे, तो आप अपने उपयोगकर्ताओं को खो देंगे।

अपने आर्टिकल को एक संरचित ढंग से लिखें। आप शीर्षक, उपशीर्षक, प्रथम

SEO फ्रेंडली URL कैसे लिखे?

एक SEO फ्रेंडली URL लिखने के लिए, निम्न टिप्स का पालन करें:

सरलता (Easy): URL को सरल रखें और जरुरत पड़ने पर ही उसमें शब्दों का उपयोग करें। अपने URL में समझौता न करें, और इसे ज्यादा लंबा न करें।

यूनिक (Unique): अपने पोस्ट के URL को एक बार ही बनाएं जो कि अन्य पेजों और पोस्टों से अलग हो। इससे आपकी पोस्ट को ज्यादा आसानी से खोजा जा सकता है।

कुंजीशब्द (Keywords): अपने पोस्ट के URL में कुंजीशब्द का उपयोग करें। कुंजीशब्द को आसानी से पहचाना जा सकता है जिससे आपकी पोस्ट की SEO बेहतर होती है।

हटाएं असामान्य शब्द: URL में असामान्य शब्दों का उपयोग न करें। उदाहरण के लिए, “the”, “and” जैसे शब्द हटा दें।

Image Optimization कैसे करें?

इमेज ऑप्टिमाइजेशन (Image Optimization) एक महत्वपूर्ण तकनीक है जो आपकी वेबसाइट को तेज, सुविधाजनक और SEO फ्रेंडली बनाने में मदद करती है। निम्नलिखित हैं कुछ उपयोगी टिप्स जो आप अपनी वेबसाइट में इमेज ऑप्टिमाइजेशन के लिए उपयोग कर सकते हैं:

फाइल फॉर्मेट: इमेज फ़ाइल फॉर्मेट चुनें जो बेहतर हो या जो आपकी वेबसाइट के लिए सबसे उपयुक्त हो। अधिकांश संगठनों के लिए, JPEG फ़ाइल फ़ॉर्मेट सबसे अच्छा होता है।

फ़ाइल आकार: अपनी इमेज का फ़ाइल आकार कम करें। एक छोटे आकार के फ़ाइल के लिए, आप एक अच्छी गुणवत्ता वाली इमेज प्रदान कर सकते हैं, जो आपकी वेबसाइट की लोडिंग स्पीड को बढ़ाती है।

नाम और टैग: इमेज का नाम और टैग वेबसाइट के लिए अहम होते हैं। आप एक अच्छे नाम वाली इमेज को चुन सकते हैं, जिसमें अपने फ़ाइल का नाम शामिल होता है।

इंटरनल और एक्सटर्नल लिंकिंग कैसे करें?

वेबसाइट लिंकिंग (Linking) एक अहम मुद्दा है जो आपकी वेबसाइट को SEO फ्रेंडली बनाने में मदद करता है। यह वेबसाइट की दृष्टि से उपयोगी होता है और उपयोगकर्ताओं को अधिक जानकारी प्रदान करता है। निम्नलिखित हैं कुछ उपयोगी टिप्स जो आप इंटरनल और एक्सटर्नल लिंकिंग के लिए उपयोग कर सकते हैं:

इंटरनल लिंकिंग:

वेबसाइट का संरचना: आपकी वेबसाइट के अंदर इंटरनल लिंकिंग को आसान बनाने के लिए, आप वेबसाइट को उपयोगकर्ताओं के लिए संरचित रख सकते हैं। आप वेबसाइट के मेनू या साइटमैप का उपयोग कर सकते हैं।

अंचोर टेक्स्ट (Anchor Text): आप अंचोर टेक्स्ट का उपयोग करके अपने लिंक को अधिक अहम बना सकते हैं। यह उपयोगकर्ताओं को यह बताने में मदद करता है कि आप लिंक के माध्यम से क्या प्रदान कर रहे हैं।

कॉन्टेंट संबंधितता: आप उन पृष्ठों को लिंक कर सकते हैं जो आपके कॉन्टेंट से संबंधित होते हैं। इससे आपके लिं

Heading Tags को Optimize करे

हेडिंग टैग्स आपके कंटेंट के स्ट्रक्चर के साथ साथ SEO के लिए भी महत्वपूर्ण हैं। यह उपयोगकर्ताओं को आपके कंटेंट की स्ट्रक्चर का पता लगाने में मदद करते हैं और सर्च इंजन बॉट को यह बताते हैं कि आपके कंटेंट का विषय क्या है। निम्नलिखित हैं कुछ उपयोगी टिप्स जो आप हेडिंग टैग्स को ऑप्टिमाइज़ करने के लिए उपयोग कर सकते हैं:

हेडिंग टैग का उपयोग: हेडिंग टैग (H1, H2, H3 आदि) का उपयोग आपके कंटेंट की स्ट्रक्चर के लिए महत्वपूर्ण है। हेडिंग टैग को आपके कंटेंट की अधिकतम संरचना तय करने के लिए उपयोग किया जाता है। हमेशा हेडिंग टैग का उपयोग करें और उन्हें उच्च-गुणवत्ता के बनाएं।

हेडिंग टैग का आकार: हेडिंग टैग का आकार आपके कंटेंट के साथ संगत होना चाहिए। इससे आपके लेखक और पाठक दोनों के लिए कंटेंट पढ़ना आसान होता है और सर्च इंजन बॉट को भी साइट के स्ट्रक्चर का पता चलता है।

Meta Title और Meta Description को प्रॉपर लिखे और ऑप्टिमाइज़ करे

Meta Title और Meta Description को अपनी वेबसाइट या ब्लॉग के लिए उपयोग में लेने से पहले प्रॉपर लिखना और ऑप्टिमाइज करना बहुत जरूरी है। निम्नलिखित टिप्स आपकी मदद करेंगे इन दोनों को एक्सेल करने में:

Meta Title:

अपने टारगेट कीवर्ड को अपने Meta Title में शामिल करें।

अपने Meta Title को शीर्षक के रूप में पेश करें।

अपने Meta Title को संक्षिप्त रखें ताकि यह स्पष्ट और समझ में आसान हो।

अपने Meta Title में अपनी वेबसाइट या ब्लॉग के नाम को शामिल करें।

अपने Meta Title को अधिकतम 60 वर्णों में रखें।

उदाहरण: “अपनी वेबसाइट को SEO के लिए ऑप्टिमाइज कैसे करें – टिप्स और ट्रिक्स | वेबसाइट नाम”

Meta Description:

अपने Meta Description में अपने टारगेट कीवर्ड को शामिल करें।

अपने Meta Description को संक्षिप्त रखें ताकि यह स्पष्ट और समझ में आसान हो।

अपने Meta Description में अपनी वेबसाइट या ब्लॉग के विषय के बारे में संक्षिप्त जानकारी शामिल करें।

अपने Meta Description को अधिकतम 160 वर्णों में रखें।

Off page SEO क्या है?

Off-page SEO वे सभी गतिविधियां होती हैं जो हमारी वेबसाइट के बाहर होती हैं और जिनसे हम अपनी वेबसाइट को अधिक समझदार और विश्वसनीय बनाते हैं। इनमें समाचार पत्रों, ब्लॉगों, सोशल मीडिया साइटों, वीडियो साइटों और अन्य अधिकांश साइटों का सम्मिलन होता है। यह बहुत ही महत्वपूर्ण होता है क्योंकि इससे हम अपनी वेबसाइट के पेज रैंक को बढ़ा सकते हैं और विश्वसनीयता बढ़ा सकते हैं। निम्नलिखित टिप्स आपकी मदद करेंगे ऑफ-पेज एसईओ के बारे में अधिक जानने में:

बैकलिंक बनाएँ: आपके वेबसाइट के लिए अन्य वेबसाइटों से लिंक प्राप्त करना बैकलिंक कहलाता है। इसे आप एक बैकलिंक से भी शुरू कर सकते हैं।

सोशल मीडिया पर पोस्टिंग: अपनी वेबसाइट के लिए सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स पर पोस्ट करना एक अच्छा विकल्प होता है।

गेस्ट ब्लॉगिंग: अन्य वेबसाइटों पर अपनी गेस्ट पोस्ट प्रदान करना एक और अच्छा तरीका होता है जिसस

Technical SEO क्या है?

Technical SEO एक प्रकार का ऑन-पेज एसईओ है जो वेबसाइट की तकनीकी त्रुटियों, संरचना और प्रोटोकॉलों को सुधारने पर ध्यान केंद्रित करता है। टेक्निकल एसईओ से, एक वेबसाइट को समझने और इसे सर्च इंजन में दिखाने में मदद मिलती है। निम्नलिखित टिप्स आपकी मदद करेंगे टेक्निकल एसईओ के बारे में अधिक जानने में:

साइट स्पीड को बढ़ाएँ: अधिकतम समय साइट लोड होने के लिए 3 सेकंड होता है। अगर साइट लोडिंग समय अधिक होता है तो साइट दर्शकों के द्वारा छोड़ दिया जाता है। इसलिए साइट स्पीड को बढ़ाने के लिए कैश और कंप्रेशन जैसी तकनीकों का उपयोग करना चाहिए।

मोबाइल फ्रेंडली: वर्तमान में, एक वेबसाइट के लिए मोबाइल फ्रेंडली होना बहुत जरूरी है क्योंकि ज्यादातर लोग स्मार्टफोन का उपयोग करते हैं।

साइटमैप को अपडेट करें: साइटमैप एक फ़ाइल होती है जो वेबसाइट की संरचना को स्पाइडर और यूजर को बताती है।

Website Speed क्या है और कैसे बढ़ाएं?

वेबसाइट लोडिंग स्पीड एक वेबसाइट के सफलता के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। एक वेबसाइट जो तेजी से लोड होता है, उसे उसके उपयोगकर्ताओं की ओर से अधिक समर्थन दिया जाता है और उन्हें अधिक संभवतः साइट के साथ रहने के लिए प्रेरित करता है। नीचे दिए गए टिप्स आपकी मदद करेंगे वेबसाइट लोडिंग स्पीड को बढ़ाने में:

कैशिंग का उपयोग करें: कैशिंग एक तकनीक है जो वेबसाइट के स्थान और सामग्री को सहेजती है ताकि उसे अधिक तेजी से लोड किया जा सके। यह वेबसाइट लोडिंग स्पीड को बढ़ाने में मदद करता है।

कंप्रेशन का उपयोग करें: छोटे आकार के फ़ाइल वेबसाइट को जल्दी लोड करने में मदद कर सकते हैं। फ़ाइलों को कंप्रेस करने और फ़ाइल साइज को कम करने के लिए इस्तेमाल करें।

इमेज साइज को कम करें: वेबसाइट के लिए इमेज बहुत जरूरी होते हैं, लेकिन यदि वे बड़े होते हैं तो वेबसाइट लोडिंग स्पीड को अधिक कर देते है इसलिए हमे इमेज हमेसा कंप्रेस और छोटे साइज में होने चाहिए|

साइटमैप क्या है?

SEO साइटमैप एक XML फाइल होती है जो वेबसाइट के सभी पृष्ठों के बारे में जानकारी प्रदान करती है। यह वेब क्रॉलर को यह बताती है कि आपकी वेबसाइट में कौन से पृष्ठ हैं और उन्हें कैसे इंडेक्स किया जाए। इसे बनाने के लिए आपको निम्नलिखित चरणों का पालन करना होगा:

साइटमैप टूल का उपयोग करें: यदि आपके पास एक CMS है, तो आप इसमें से किसी भी साइटमैप टूल का उपयोग कर सकते हैं। यदि आपके पास कोई CMS नहीं है, तो आप Google XML Sitemaps जैसे ऑनलाइन साइटमैप टूल का उपयोग कर सकते हैं।

साइटमैप फाइल बनाएं: साइटमैप टूल का उपयोग करके, आप एक XML फ़ाइल बना सकते हैं। यह फ़ाइल वेबसाइट के लिए सभी पृष्ठों के URL को शामिल करती है।

साइटमैप फाइल अपलोड करें: आपको अपनी साइटमैप फाइल को अपनी वेबसाइट के रूट डायरेक्टरी में अपलोड करना होगा। अधिकतर साइटमैप फ़ाइल आमतौर पर www.yoursite.com/sitemap.xml नाम से उपलब्ध होती है।

Robots.txt क्या है और कैसे Use किया जाता है?

Robots.txt फ़ाइल एक टेक्निकल SEO टूल है जो आपकी वेबसाइट को वेब क्रॉलर से कैसे एक्सेस करना है या नहीं करना है उसे बताता है। इस फ़ाइल का उपयोग वेबसाइट के सभी पेज को इंडेक्स होने से रोकने या कुछ सामग्री को अनुमति देने के लिए किया जाता है।

यह फ़ाइल आमतौर पर वेबसाइट के रूट डायरेक्टरी में स्थापित की जाती है। आप इस फ़ाइल के जरिए वेब क्रॉलर के लिए अलग-अलग निर्देशों का पालन कर सकते हैं। यह फ़ाइल निम्नलिखित स्थानों के लिए निर्देश देती है:

User-agent: इसके द्वारा आप विभिन्न वेब क्रॉलरों को चुन सकते हैं।

Disallow: यह दिखाता है कि आप किन URL को इंडेक्स से रोकना चाहते हैं।

Allow: इससे आप चुनिंदा URL को इंडेक्स होने की अनुमति दे सकते हैं।

यदि आप वेबसाइट के कुछ हिस्सों को वेब क्रॉलर से छुपाना चाहते हैं, तो आप Disallow डायरेक्टिव का उपयोग कर सकते हैं।

Canonical Issue या Canonicalization क्या होता है ?

Canonical Issue या Canonicalization एक टेक्निकल SEO टर्म है जिससे आपकी वेबसाइट की सामग्री के लिए एक प्राथमिक URL निर्धारित करने की जरूरत होती है। इसका उद्देश्य एक ही सामग्री के लिए अलग-अलग URL से ट्रैफिक अधिकारिता को रोकना होता है।

एक उदाहरण के रूप में, आपके पास दो अलग-अलग URL होंगे, जो एक ही सामग्री को उपलब्ध कराते हैं। उदाहरण के लिए, एक URL जो हो सकता है www.example.com और एक अन्य जो हो सकता है example.com। इस स्थिति में, यदि आपकी वेबसाइट अधिकतम ट्रैफिक के लिए जो URL चुनती है, उस URL को Canonical URL कहा जाता है।

Canonical Issue एक SEO चुनौती होती है क्योंकि वह अलग-अलग URL से आपकी सामग्री के लिए ट्रैफिक अधिकारिता को विभिन्न तरीकों से वितरित कर सकता है। इसलिए, आपको Canonicalization तकनीक का उपयोग करके आपकी सामग्री के लिए एक प्राथमिक URL निर्धारित करना चाहिए और अन्य URL को इस Canonical URL से रेडायरेक्ट करना चाहिए। यह आपके सामग्री की अधिकारिता को बनाए रखने और सुनिश्चित करने में मदद करता है कि एक ही सामग्री के

Broken Links को ठीक करना

ब्रोकन लिंक को ठीक करना, वेबसाइट या ब्लॉग पर अनुपलब्ध या विफल हो रहे होने वाले लिंक को ठीक करने की प्रक्रिया है। यह उन लिंकों के संदर्भ को सुधारता है जिन्हें आपके वेबसाइट विजिटर क्लिक करते हैं लेकिन जिनमें समस्या होती है। यह आपके वेबसाइट के उपयोगकर्ताओं के लिए बेहतर अनुभव और साइट योग्यता में सुधार करता है।

ब्रोकन लिंक को ठीक करने के लिए, निम्नलिखित कदम अनुसरण करें:

अपने वेबसाइट को स्कैन करें: आपको सबसे पहले अपने वेबसाइट को स्कैन करना होगा ताकि आप उन ब्रोकन लिंकों को खोज सकें जो आपकी साइट पर हों। आप नि: शुल्क ऑनलाइन उपकरणों का उपयोग कर सकते हैं जैसे कि Google Webmaster Tools या W3C Link Checker।

ब्रोकन लिंक का पता लगाएं: स्कैन के दौरान आपको उन ब्रोकन लिंकों का पता चलेगा जो आपकी साइट पर हों। आप उन लिंकों को संशोधित कर सकते हैं या उन्हें वहाँ से हटा सकते हैं।

Organic Traffic क्या है

ऑर्गेनिक ट्रैफिक वह ट्रैफिक होता है जो किसी वेबसाइट या ब्लॉग पर नियमित रूप से आता है और जिसे किसी विज्ञापन या पेड ट्रैफिक के द्वारा नहीं प्राप्त किया जाता है। यह ट्रैफिक जी सर्च इंजन के खोज परिणामों से आता है और यह जिसके द्वारा खोज किया गया है, उनकी उपयोगिता और उनके रुचि के आधार पर होता है।

ऑर्गेनिक ट्रैफिक को समझने के लिए, सोशल मीडिया विज्ञापनों, ईमेल मार्केटिंग या प्रत्यक्ष मार्केटिंग जैसे दूसरे विपणन तकनीकों से प्राप्त ट्रैफिक से इसका अंतर समझा जा सकता है। ऑर्गेनिक ट्रैफिक आमतौर पर विश्वसनीयता और वेबसाइट योग्यता को दर्शाता है, क्योंकि इसे जब लोग खोज करते हैं, तो वे इसे समझने के लिए अपने रूचि और खोज उद्देश्यों के आधार पर खोजते हैं।

सर्च इंजन मार्केटिंग क्या है?

सर्च इंजन मार्केटिंग (Search Engine Marketing) एक विपणन की तकनीक है, जो वेबसाइट ट्रैफिक को बढ़ाने के लिए सर्च इंजन जैसे Google, Bing, Yahoo आदि का उपयोग करता है। इसका उद्देश्य होता है वेबसाइट पर अधिक संदर्भ या यातायात प्राप्त करना, जिससे वेबसाइट अधिक विजिटर्स तथा ग्राहकों को प्राप्त करती है।

सर्च इंजन मार्केटिंग में दो मुख्य तकनीक होती हैं – पेड पर क्लिक (PPC) तकनीक और सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (SEO) तकनीक।

PPC तकनीक में, एडवर्टाइजर अपने विज्ञापन के लिए एक संबंधित कीमत के लिए खरीद स्थानों में जाने का अधिकार प्राप्त करता है। जब भी उपयोगकर्ता खोज करते हैं, तो विज्ञापन उनके सामने प्रदर्शित होते हैं और यदि वे उन पर क्लिक करते हैं, तो विज्ञापन बाजारदार को भुगतान करना पड़ता है।

SEO तकनीक में, वेबसाइट को सर्च इंजन में उच्च रैंकिंग प्राप्त करने के लिए अनुकूलित किया जाता है।

डिजिटल मार्केटिंग में SEO की क्या भूमिका है?

एसईओ यानी सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन Digital Marketing में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह एक ऐसी तकनीक है जो वेबसाइट को सर्च इंजन में उच्च रैंक प्राप्त करने में मदद करती है ताकि उपयोगकर्ता वेबसाइट पर आसानी से देख सकें और उसे ज्यादा से ज्यादा ट्रैफिक प्राप्त कर सकें। इसके अलावा, एसईओ के माध्यम से वेबसाइट का दौरा करने वाले उपयोगकर्ताओं को वेबसाइट की गुणवत्ता और विश्वसनीयता का एक अच्छा प्रतिनिधित्व मिलता है।

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एसईओ डिजिटल मार्केटिंग की एक अहम तकनीक है, जो उन वेबसाइटों के लिए आवश्यक होती है जो अधिक ट्रैफिक प्राप्त करना चाहते हैं और वेबसाइट के समझदार उपयोगकर्ताओं को प्राप्त करना चाहते हैं। डिजिटल मार्केटिंग में एसईओ की मदद से विभिन्न उपकरणों का उपयोग करके वेबसाइट के लिए कंटेंट बनाया जाता है जो उपयोगकर्ताओं के लिए उपयोगी होता है और सर्च इंजन में उच्च रैंक पाने में मदद करता है|

FAQs (Frequently Asked Questions)

⭐ सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (SEO) क्या होता है?

एसईओ एक तकनीक है जो वेबसाइट को सर्च इंजन में उच्च रैंक प्राप्त करने में मदद करती है। यह विभिन्न तकनीकों का उपयोग करके किया जाता है, जो सर्च इंजन में वेबसाइट की गुणवत्ता और विश्वसनीयता को बढ़ाने में मदद करते हैं।

⭐ एसईओ क्यों जरूरी होता है?

एसईओ जरूरी होता है क्योंकि यह वेबसाइट के लिए ट्रैफिक प्राप्त करने में मदद करता है जो व्यवसाय के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। इसके अलावा, एसईओ की मदद से वेबसाइट की गुणवत्ता और विश्वसनीयता बढ़ती है जो विश्वसनीय उपयोगकर्ताओं को आकर्षित करती है।

⭐ एसईओ के लिए क्या तकनीकी जानकारी आवश्यक है?

एसईओ के लिए तकनीकी जानकारी आवश्यक होती है, जैसे कि वेबसाइट के संरचना, मेटा टैग, कंटेंट और बैकलिंक्स इत्यादि। इसके अलावा, एक सामग्री रचनाकार एवं तकनीकी ज्ञान का एक अच्छा ज्ञान होना